किसानों का चक्का जाम:हरियाणा-पंजाब में 3 घंटे के लिए थम गई वाहनों की रफ्तार, स्कूलों की पहले ही कर दी गई थी छुट्टी
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच शनिवार को हरियाणा और पंजाब के तमाम इलाकों में रोड जाम देखने को मिले। संगठनोंं की तरफ से किए गए आह्वान के समर्थन में राजनैतिक और कर्मचारी संगठन भी नजर आए। इसके चलते दोपहर 12 से 3 बजे तक सड़कों पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रही। हालांकि जरूरी सेवाएं बाधित नहीं की गई। चक्का जाम को लेकर जहां किसान संगठनों ने अपनी रणनीति तैयार की थी, वहीं पुलिस भी सतर्क रही। स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई थी। रोडवेज ने बसें बंद कर रखी थी।
हरियाणा में कहां-कहां था जाम?
- भिवानी जिले में कितलाना टोल, धनाना, मुंढाल, प्रेमनगर, जुई, खरकड़ी, बहल, बामला, बारवास, तोशाम, बवानीखेड़ा, सोरड़ा कदीम, गोपालवास, सागवान अड्डे, सिवानी आदि 15 जगहों को चिह्नित किया गया।
- हिसार में किसान संगठन नेशनल के साथ-साथ स्टेट हाईवे भी जाम किया। इतना ही नहीं एक गांव से दूसरे गांव जाने वाले रास्तों को जाम किया गया।
- जींद जिले में खटकड़ कलां और बद्दोवला टोल, जींद-चंडीगढ़ मार्ग, जींद-पटियाला मार्ग, जींद-रोहतक, जींद-गोहाना रोड, जींद-हांसी रोड और अन्य मुख्य मार्गों समेत 15 से ज्यादा जगहों पर किसान जाम लगाए बैठे रहे।
- यमुनानगर में 12 जगहों में नेशनल हाइवे पर नजदीक भंभोली गुरुद्वारे के पास, दामला स्टेट हाइवे पुल के नीचे, साढौरा में दोसड़का चौक पर, बिलासपुर में शिव चौक पर, छछरौली में तिकोने चौक पर, पाबनी कलां यमुनानगर से गढ़ी बीरबल रोड पर गुमथला गांव में जाम लगाए गए।
- कैथल जिले में कलायत में नेशनल हाइवे, गुहला चीका में कैथल रोड, ढांड में पंचमुखी चौक, पूंडरी में करनाल रोड पर और पाई में कैथल जींद रोड पर जाम देखने को मिले।
- करनाल में GT रोड पर बसताड़ा टोल प्लाजा निसिंग रोड पर गुरुद्वारे के सामने, असंध में अनाज मंडी के सामने, निगदू में मेन चौक, इंद्री में रम्बा चौक, इंद्री में गढ़ी बीरबल रोड, इंद्री में भादसों चौक के पास कुरुक्षेत्र रोड, जींद हाईवे पर प्योंत टोल प्लाजा, काछवा क्षेत्र में करनाल-ढांढ रोड, मेरठ रोड पर नगला मेघा चौक, बल्ला में असंध-मुनक रोड शामिल रहे।
फिरोजपुर में चक्का जाम के दौरान रोड पर धरने पर बैठी महिलाएं और बच्चे।
पंजाब में इन जगह रहा जाम
- पंजाब के संगरूर में लड्डा टोल प्लाजा, कालाझाड़ टोल प्लाजा, सुनामी टोल प्लाजा पर जाम रहा।
- बठिंडा में बठिंडा-बादल रोड पर गांव घुद्दा, बठिंडा-अमृतसर रोड पर गांव जीदा, बठिंडा-चंडीगढ़ रोड पर गांव लहरा बेगा और मौड़-बठिंडा रोड पर गांव भाई बखतौर पर ट्रैफिक रोका गया।
- पटियाला में शंभू बॉर्डर व राजपुरा हाईवे पर गांव धरेड़ी जट्टा के टोल प्लाजा पर भी किसान धरना दे रहे थे।
- फतेहगढ़ साहिब में लुधियाना चंडीगढ़ नेशनल हाईवे, सरहिंद पुलिस स्टेशन के सामने, सरहिंद चंडीगढ़ मुख्य मार्ग पर गांव बडाली आला सिंह व चुन्नी कला मोरिंडा बाईपास जाम किया गया।
- फाजिल्का में गांव रामपुरा, मंडी लधुका, मंडी घुबाया, गांव घनगा खुर्द, अरनिंवला व अबोहर में हनुमानगढ़ रोड पर किसान तीन घंटे के लिए धरने पर बैठे।
- मुक्तसर में कोटकपूरा रोड, पठानकोट के लदपालवां टोल प्लाजा पर जाम रहेगा, वहीं रूपनगर में नकीयां टोल प्लाजा और रूपनगर-नंगल हाईवे पर वाहनों को रोका।
- कपूरथला में जालंधर रोड पर अर्बन एस्टेट, धालीवाल दोना, आरसीएफ सुल्तानपुर लोधी रोड़, जीटी रोड हमीरा व ढिलवा, भुलत्थ, तलवंडी चौधरिया पुल, सुल्तानपुर लोधी और फत्तू ढींगा के अलावा बस स्टैंड कपूरथला पर भी किसानों ने प्रदर्शन किया।
- गुरदासपुर के बब्बरी बाईपास, बटाला, श्री हरगोबिंदपुर, अच्चल साहिब, फतेहगढ़ चूड़ियां पर जाम रहेगा। जालंधर में पीएपी चौक, किशनगढ़ और प्रतापपुरा में चक्का जाम किया गया।
राजनैतिक संगठनों का समर्थन
पंजाब में भाजपा को छोड़कर सभी राजनैतिक दल जाम के समर्थन में हैं, वहीं हरियाणा भी कुछ ऐसा ही हाल है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी, कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुलदीप बिश्नोई और प्रदेश अध्यक्ष कु. सैलजा ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के चक्का जाम का समर्थन किया। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला पहले ही विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। उन्होंने भी किसानों के चक्का जाम का समर्थन किया है।
हरियाणा में अर्ध सैनिक बलों की 45 बटालियन तैनात थी
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरियाणा में अर्ध सैनिक बलों की 45 बटालियन तैनात थी। असल में गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुए हंगामे के बाद हरियाणा पुलिस को इनपुट मिला था कि चक्का जाम के दौरान हरियाणा में कई युवा संगठन किसानों के साथ मिलकर माहौल खराब कर सकते हैं। पुलिस विभाग की एडवाइजरी में कहा गया है कि किसानों के चक्का जाम में विपक्षी राजनैतिक दल भी हिस्सा ले रहे हैं। ऐसे में कोई भी कदम उठाने के लिए एहतियात बरतनी अनिवार्य है। गनीमत रही कि कहीं कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई।
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