उत्तर प्रदेश के बदायूं में साधु की हत्या कर उसकी लाश किसी ने सड़क पर फेंक दी। साधु इस्लामनगर इलाके का रहने वाला था और उझानी कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार सुबह उसका शव मिला है। उसके सिर को वजनदार चीज के प्रहार से कुचला गया है वहीं प्राइवेट पार्ट भी जलाया गया है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा है। वहीं वारदात की वजह का सुराग लगाया जा रहा है।
वारदात उझानी कोतवाली क्षेत्र के गांव में मिहोना में हुई। गांव के माखनलाल के घर के दरवाजे पर मंगलवार सुबह लोगों को साधु की नग्न लाश पड़ी मिली। सिर में गहरे जख्म थे और प्राइवेट पार्ट जला हुआ था। मामले की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने आसपास इलाके के लोगों को बुलाकर शिनाख्त की कोशिश की तो संजरपुर गांव निवासी रूम सिंह ने शव की शिनाख्त अपने मामा रामचंद्र कश्यप के रूप में की। रामचंद्र इस्लामनगर थाना क्षेत्र के सोहरा गांव का रहने वाला था। वह यहां क्यों आया और किस ने उसकी हत्या की इन सवालों का जवाब भांजा रूम सिंह समेत परिवार वाले नहीं दे पा रहे हैं।
परिजनों का इतना ही कहना है कि रामचंद्र ने गृहस्थी छोड़ दी थी और सन्यासी बन कर कई साल से यहां वहां भटकता रहता था। इधर माखनलाल भी घर में नहीं था, ऐसे में शक के आधार पर पुलिस ने आसपास इलाके में उसकी तलाश की तो गांव में ही एक घर में वह छिपा मिल गया। पुलिस उससे भी घटना को लेकर पूछताछ कर रही है। एसपी सिटी प्रवीण सिंह चौहान ने बताया कि फिलहाल परिजन कुछ भी जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखा जाएगा। मामले की जांच की जा रही है
इससे पहले, बदायूं के मोहजुद्दीनगर ढकनगला गांव में महिला के रूप में मंदिर पर रह रहे महंत सखी बाबा उर्फ जयपाल यादव की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। हत्या की वजह कहासुनी बताई जा रही है। मानपुर गांव के रहने वाले 75 वर्षीय जय सिंह यादव 45 साल से महिला का रुप धारण सखी बाबा बनकर मंदिर पर रह रहे थे।
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