केंद्र सरकार देश में विकसित कोरोना टीकों का उत्पादन बढ़ाने जा रही है। इसी क्रम में बुलंदशहर के चोला क्षेत्र में स्थित बिबकोल कंपनी में भी कोवैक्सीन का निर्माण करने के लिए केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से हरी झंडी हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 30 करोड़ रुपये का बजट भी इसके लिए स्वीकृत कर दिया है। कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटैक से बिबकोल का एमओयू भी साइन हो गया है। यहां पर लगभग 2 करोड़ डोज प्रतिमाह कोवैक्सीन बनाई जाएगी।
पोलियो वैक्सीन बनाती है बिबकॉल
जैव प्रोद्यौगिकी विभाग की बुलंदशहर के चोला क्षेत्र में भारत इम्यूनोजिकल एंड बायोलॉजिकल लिमिटेड (बिबकोल) स्थित है। इस कंपनी में अभी तक पोलिया वैक्सीन बनाई जाती है। अब इसमें केंद्र सरकार ने कोवैक्सीन बनाने की अनुमति प्रदान कर दी है।
30 करोड़ का बजट स्वीकृत
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बिबकोल को कोवैक्सीन उत्पादन के लिए 30 करोड़ रुपये का बजट भी स्वीकृत कर दिया गया है। कंपनी में संभावना है कि अगस्त-सितंबर 2021 से कोवैक्सीन का उत्पादन कार्य शुरू हो जाएगा।
2 करोड़ डोज प्रतिमाह का उत्पादन
बिबकोल में करीब 10 मिलियन डोज प्रतिमाह कोवैक्सीन का निर्माण होगा। लगभग 2 करोड़ डोज प्रतिमाह कोवैक्सीन यहां पर बनाई जाएगी।
केंद्र सरकार से कंपनी में कोवैक्सीन बनाने की स्वीकृति के साथ 30 करोड़ रुपये का बजट भी स्वीकृत हो गया है। कंपनी में 10 मिलियन डोज प्रतिमाह कोवैक्सीन बनेगी। कोवैक्सीन बना रही भारत बॉयोटेक के साथ बिबकॉल का एमओयू भी साइन हो गया है। अगस्त-सितंबर माह से उत्पादन शुरू हो जाएगा। - आरके शुक्ला, वाइस प्रेसिडेंट बिबकोल
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