कोरोना का कहर अब महाराष्ट्र और दिल्ली के बाहर भी देश के दूसरे राज्यों में बढ़ रहा है। मई के ही 17 दिनों में अब तक कोरोना से कर्नाटक में 6,790 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके चलते कर्नाटक ने कोरोना से मौतों के मामले में दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया है और महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर आ गया है। कर्नाटक में कोरोना के चलते अब तक 22,313 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं दिल्ली में अब तक कोरोना से 21,846 लोगों ने कोरोना से जान गंवाई है। कोरोना की शुरुआत से अब तक कर्नाटक के लिए मई का महीना घातक साबित हुआ है। इस महीने अब तक कर्नाटक में हर रोज करीब 400 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना काल के कुल 14 महीनों में से 8 महीने ऐसे रहे हैं, जिनमें मौतों का आंकड़ा 400 से भी कम रहा है। इसके बाद भी अब यह आंकड़ा बढ़कर 22,313 तक पहुंच जाना चिंताएं बढ़ाता है। कोरोना के चलते अब तक महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 82,000 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली के आंकड़ों को जोड़ लें तो इन तीन राज्यों में ही देश में कोरोना से होने वाली कुल 46 फीसदी मौतें हुई हैं। हालांकि मृतक दर की बात करें तो कुल केसों में से डेथ का आंकड़ा महाराष्ट्र और दिल्ली में कर्नाटक के मुकाबले अधिक है।
इन 5 राज्यों और UT में कोरोना से 100 से भी कम मौतें
रिकवरी रेट की बात करें तो केरल की स्थिति काफी बेहतर है। कोरोना केसों के मामले में केरल देश में तीसरे नंबर पर है, लेकिन मौतों की संख्या 7,000 है। इसके बाद कोरोना केसों में तमिलनाडु का चौथा और उत्तर प्रदेश का 5वां नंबर है। देश के ज्यादातर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना के चलते अब तक 1,000 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। हालांकि टॉप 5 राज्यों के बाद ऐसे तीन ही स्टेट हैं, जहां कोरोना से 10,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। हालांकि अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप, दादर और नागर हवेली एवं दमन दीव में 100 से भी कम मौतें कोरोना के चलते हुई हैं।
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