उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक नियंत्रण होता नज़र आने लगा है। इसमें सीएम योगी का ट्रिपल टी (ट्रेस, टेस्ट ओर ट्रीट) फार्मूला काफी कारगर रहा है। इस फार्मूले के असर के चलते कोरोना के दैनिक मामलों में काफी गिरावट आई है।
पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के सिर्फ 642 मामले सामने आए हैं। राज्य में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 12243 रह गई है। इस अवधि के दौरान 3.06 लाख टेस्ट भी किए गए हैं। यूपी में अन्य राज्यों के मुकाबले पॉजिटिविटी रेट भी काफी कम सिर्फ दशमलव दो प्रतिशत रह गया है। जबकि रिकवरी रेट 98 प्रतिशत हो गया है।
5 करोड़ से ज्यादा टेस्ट करने वाला अकेला राज्य
यूपी, अब तक पांच करोड़ से ज्यादा टेस्ट करने वाला देश का अकेला राज्य है। यहां विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानक से रोज दस गुना ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सीएम योगी अक्रामक कांटेक्ट ट्रेसिंग रण्ानीति से यूपी मॉडल देश में सबसे आगे है। डब्ल्यूएचओ के मानक के अनुसार यूपी में रोज 32 हजार टेस्ट का लक्ष्य था लेकिन यूपी में रोज औसतन तीन लाख से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं।
एक पाजिटव केस पर किए गए 31 कांटेक्ट सैंपल टेस्ट
यूपी में एक पाजिटव केस पर 31 कांटेक्ट सैंपल टेस्ट किए गए हैं जबकि महाराष्ट्र में- 6,कर्नाटक में - 11,केरल में - 8,दिल्ली में - 14, तमिलनाडु में - 12, आंध्रा में -11, कांटैक्ट सैंपल टेस्ट हुए हैं। 31 मार्च के बाद हुए कोविड टेस्ट में 64 फीसदी टेस्ट ग्रामीण इलाकों में हुए। आरआरटी और निगरानी समितियों ने गांव गांव जाकर बड़ी संख्या में टेस्ट किए हैं। ज्यादा टेस्ट के बावजूद यूपी में कोविड के मामले कम मिल रहे हैं।
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