कोरोना महामारी से निपटने में सबसे बड़ा हथियार यानी वैक्सीन कितने समय तक असरदार है, यह तो अभी तय नहीं लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स जरूर दिखने लगे हैं। अमेरिका में कोरोना वैक्सीन लेने वाले 300 युवाओं में दिल से जुड़ी बीमारियां देखी गई हैं। इनमें से अधिकतर को दिल में सूजन जैसी समस्या हुई है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की डायरेक्टर डॉक्टर रॉशेल वेलेंस्की ने इसकी जानकारी दी।
हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक 2 करोड़ युवाओं और किशोरों को अमेरिका में कोरोना रोधी टीका दिया गया है। इसकी तुलना में दिल की बीमारी से जूझने वालों की संख्या काफी कम है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टर रॉशेल ने कहा, 'हालांकि, बीमार होने वालों की संख्या कम है लेकिन यह इस आयुवर्ग को लेकर हमारे पूर्वाअनुमान से काफी ज्यादा है।' सीडीसी के स्वतंत्र सलाहकार समूह ने अगले हफ्ते इन मामलों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई है।
बैठक के दौरान यह समूह ताजा रिसर्च और टीके लेने के बाद सुरक्षा को लेकर चर्चा करेगा लेकिन फिलहाल कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्रस्तावित सुझावों में कोई बदलाल करने की संभावना नहीं है। बता दें कि अमेरिका में 12 से 17 साल के बच्चों के लिए अभी तक सिर्फ फाइज़र-बायोनटेक के टीके को ही मंजूरी मिली है। वहीं, 18 साल से ऊपर के लोगों को फाइजर, मॉडर्ना या जॉनसन ऐंड जॉनसन की वैक्सीन दी जा रही है।
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि दिल से जुड़ी समस्याओं का संबंध वैक्सीन से है, लेकिन सीडीसी का कहना है कि दोनों के बीच संबंध होने की आशंका मजबूत होती जा रही है। सीडीसी ने डॉक्टरों से उन लोगों की जांच रिपोर्ट मांगी है जिनमें वैक्सीन के बाद दिल से जुड़ी बीमारियों जैसे मायोकार्डिटिस या पेरिकार्डिटिस के लक्षण देखे जा रहे हैं। लक्षणों में बुखार, थकान, सांस लेने में दिक्कत और सीने का दर्द शामिल है।
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