कोरोना की दूसरी लहर से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र हुआ था। हालांकि धीरे-धीरे स्थिति सामान्य की तरफ बढ़ रही है। अब तक तीन जिले कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। शुक्रवार को भंडारा जिला को कोरोनो वायरस मुक्त घोषित किया गया। जिले में इलाज के तहत एकमात्र मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। शुक्रवार के यहां एक भी नया मामला सामने नहीं आया।
जिला सूचना अधिकारी की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उचित योजना और सामूहिक प्रयासों के साथ-साथ ट्रेसिंग, परीक्षण और उपचार ने भंडारा को 15 महीने बाद कोरोना वायरस से मुक्त करने में मदद की है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इलाज के तहत एकमात्र कोरोना रोगी को शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। आपको बता दें कि जिले में बीते 24 घंटों में 578 व्यक्तियों का कोरोना वायरस परीक्षण किया गया। उनमें से कोई भी कोरोना सं संक्रमित नहीं मिले।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, "जिले में अब कोई कोरोना वायरस रोगी नहीं हैं।" जिला कलेक्टर संदीप कदम ने कहा कि पूर्वी महाराष्ट्र में स्थित भंडारा को बीमारी मुक्त बनाने में प्रशासन के सामूहिक प्रयासों और लोगों के सहयोग ने अहम भूमिका निभाई।'' उन्होंने कहा, "हालांकि, आज जिले में कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या शून्य है। लोगों को आने वाले दिनों में सावधान रहने और COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की आवश्यकता है।"
जिला सिविल सर्जन डॉ आरएस फारूकी ने कहा कि कोरोना वायरस एक संचारी रोग है और इसके प्रसार को रोकने का एकमात्र तरीका फेस मास्क पहनना, सामाजिक दूरी और स्वच्छता बनाए रखने जैसे प्रोटोकॉल का पालन करना है।
उन्होंने कहा कि महामारी की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक कदम उठाए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भंडारा जिले में अब तक 59,809 कोरोना वायरस के मामले सामने आए। साथ ही 1,133 मौतें हुई हैं।
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