इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज निक कॉम्पटन लॉर्ड्स टेस्ट के बाद से काफी चर्चा में हैं। भारत ने लॉर्ड्स टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 151 रनों से धोया, जिसके बाद से टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के अग्रेशन को लेकर काफी तरह की बातें हो रही हैं। निक कॉम्पटन ने लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड की हार के बाद ट्विटर पर लिखा कि विराट बहुत बदतमीजी से बात करते हैं, उन्होंने ट्विटर पर 2012 की का जिक्र किया था। कॉम्पटन को इस ट्वीट के लिए जमकर ट्रोल किया गया, जिसके बाद उन्होंने वह ट्वीट ही डिलीट कर दिया। अब एक इंटरव्यू में कॉम्पटन ने कहा है कि विराट को गाली से जवाब देने से बेहतर अपने शतक से जवाब देना चाहिए।
स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू में कॉम्पटन ने कहा, 'मैं इस बात को मानता हूं कि बाकी भी ऐसा करते हैं, जेम्स एंडरसन का अपना तरीका है, मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं कि सिर्फ कोहली ऐसा करते हैं। लेकिन उनकी भाषा काफी ज्यादा खराब हो जाती है। एंडरसन अलग तरह से ऐसा करते हैं। कोहली का तरीका गालियों से भरा है। हम किसी खिलाड़ी पर कीचड़ नहीं उछालना चाहते हैं, क्यों इससे यह बहस काफी बढ़ जाएगी।'
उन्होंने आगे कहा, 'भारतीय खिलाड़ियों को इंग्लैंड को जवाब देना चाहिए, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि उन्हें एग्रेसिव नहीं होना चाहिए। मुझे लगता है रविंद्र जडेजा में वह बात है, अग्रेशन दिखाने के अलग-अलग तरीके होते हैं। कोहली इसको थोड़ा समझदारी से भी कर सकते हैं, बिना गाली-गलौच किए और लड़ाई-झगड़े के। कई बार बेस्ट होता है कि आप मैदान पर जाएं, कुछ ना कहें और शतक लगातर आएं।' कॉम्पटन के कहा कि मैदान पर छींटाकशी होने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन सभी को अपनी हद में रहना चाहिए।
कॉम्पटन ने कहा, 'मैं विराट को एडमायर करता हूं, उनकी लीडरशिप थोड़ी ज्यादा इमोशनल है। लेकिन रेफरी को बीच में बार-बार आना पड़े तो यह ठीक नहीं है। विराट युवा क्रिकेटरों के लिए इंस्पिरेशन हैं इसलिए गाली-गलौच का इस्तेमाल उनको शोभा नहीं देता।'
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