logo

  • 05
    06:00 am
  • 06:00 am
logo Media 24X7 News
news-details
बिजनेस

गौतम अडानी की कंपनी को बड़ा झटका, सेबी ने IPO पर लगाई रोक

अडानी विल्मर लिमिटेड को मार्केट रेग्युलेट करने वाली संस्था सेबी से बड़ा झटका लगा है। दरअसल, गौतम अडानी समूह की इस कंपनी के प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) को सेबी ने रोक दिया है। 

 

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बताया कि अडानी विल्मर के ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस पर टिप्पणियों को जारी करने पर रोक लगा दी गई है। आमतौर पर ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस के लिए सेबी जो टिप्पणी देता है, उसे ही आईपीओ की मंजूरी माना जाता है। इसी के बाद कंपनियां आईपीओ ला सकती हैं।  

 

आईपीओ पर रोक की वजह: अडानी विल्मर के आईपीओ पर रोक की वजह अडानी समूह की कंपनियों के खिलाफ हो रही जांच है। बीते जुलाई महीने में केंद्र सरकार के मंत्री पंकज चौधरी ने संसद को बताया था कि प्रतिभूति नियामक और सीमा शुल्क प्राधिकरण नियमों का पालन न करने के लिए अडानी समूह की कुछ कंपनियों की जांच कर रहे हैं। हालांकि, चौधरी ने जांच के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी थी।

 

 

4,500 करोड़ जुटाने की योजना: आपको बता दें कि खाद्य तेल कंपनी अडानी विल्मर लिमिटेड ने आईपीओ के जरिये 4,500 करोड़ रुपए जुटाने के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा कराए थे। कंपनी आईपीओ के जरिये जुटाई गई राशि का उपयोग मौजूदा विनिर्माण संयंत्रों के विस्तार और नये कारखाने लगाने में होने वाले खर्च में करना चाहती है। इसके अलावा कंपनी कर्ज चुकाने, रणनीतिक अधिग्रहण और निवेश के अलावा सामान्य कंपनी कार्यों में भी इस राशि का उपयोग करने की मंशा रखती है।

रामदेव की कंपनी से मिलती है टक्कर: अडानी विल्मर फार्चून ब्रांड के तहत खाद्य तेल बेचती है और क्षेत्र की प्रमुख इकाई है। इस कंपनी को योगगुरु बाबा रामदेव की रुचि सोया से कारोबारी टक्कर मिलती है। साल 2019 में रुचि सोया के अधिग्रहण के लिए भी पतंजलि समूह और अडानी विल्मर के बीच टक्कर हुई थी। हालांकि, बाद में अडानी विल्मर ने रुचि सोया की दावेदारी से खुद को अलग कर लिया था। रुचि सोया का अधिग्रहण योगगुरु बाबा रामदेव के पतंजलि समूह ने किया था। 

You can share this post!

Comments

Leave Comments