पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की बिसात बिछ गई है। एक तरफ ममता बनर्जी आज भवानीपुर में पर्चा दाखिल करने वाली हैं तो वहीं बीजेपी ने उनके मुकाबले प्रियंका टिबरीवाल को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इस सीट से बीजेपी की ओर से से किसी सीनियर नेता को उतारे जाने के कयास भी लग रहे थे, लेकिन पार्टी ने महिला कार्ड पर ही भरोसा किया।
यह उपचुनाव ममता बनर्जी की साख और सीएम पद पर बने रहने के लिए बेहद अहम है। मई में आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में उन्हें नंदीग्राम सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भी वह सीएम बनी थीं। ऐसे में उनके लिए सीएम बनने के 6 महीने के भीतर विधायक बनना जरूरी है। इसलिए भवानीपुर का चुनाव ममता बनर्जी के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
बीजेपी ने एक ट्वीट के जरिए ये जानकारी दी है। इसमें टिबरीवाल के अलावा जंगीपुर से सुजीत दास और समरेसगंज से मिलन घोष की उम्मीदवारी की घोषणा भी की गई है।
भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रहीं प्रियंका टिबरीवाल ने अगस्त 2014 में बीजेपी का दामन थामा था। उनके बारे में कहा जाता है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित हैं और उन्हें राजनीति में अपना आदर्श मानती हैं। नेता से राजनेता बने भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो की सलाह के बाद ही प्रियंका भाजपा में शामिल हुई थीं। 2015 में प्रियंका टिबरीवाल ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में वार्ड संख्या 58 (एंटली) से कोलकाता नगर परिषद का चुनाव लड़ा था, मगर तृणमूल कांग्रेस के स्वपन समदार से हार गईं थीं। भाजपा में अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यों को संभाला और अगस्त 2020 में उन्हें पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया गया।
हालांकि, 2021 में उन्होंने एंटली से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन टीएमसी के स्वर्ण कमल साहा से 58,257 मतों के अंतर से हार गईं। टिबरीवाल का जन्म 7 जुलाई 1981 को कोलकाता में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा वेलैंड गॉल्डस्मिथ स्कूल से की और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की। उसके बाद उन्होंने 2007 में हाज़रा लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की, जो कि कलकत्ता विश्वविद्यालय के अधीन है। उन्होंने थाईलैंड से एमबीए भी किया है।
Comments
Leave Comments