भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर टेस्ट रद्द होने के बाद इसे लेकर लगातार चर्चा जारी है। बीसीसीआई ने इस टेस्ट की भरपाई करने के लिए ईसीबी के सामने अगले साल इस टेस्ट की जगह पर दो अतिरिक्त टी-20 मैच खेलने का ऑफर रखा है। टीम इंडिया ने जूनियर फिजियो योगेश परमार के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सीरीज के आखिरी टेस्ट में मैदान पर उतरने के इनकार कर दिया था। जिसके बाद दोनों बोर्ड को मुकाबला रद्द करना पड़ा था। इस बीच, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के रद्द होने पर अपनी राय दी है। लक्ष्मण का मानना है कि मैनचेस्ट टेस्ट के लिए रद्द होने का दोष आईपीएल को देना गलत है।
लक्ष्मण ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा, ' ये अचानक हुआ, इतनी रोमांचक सीरीज का ऐसा अंत काफी निराशाजनक था। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जाने वाले टेस्ट रद्द कर दिया गया। इसके लिए खिलाड़ियों या खेल पर आरोप लगाना गलत है। महामारी के डेढ़ साल बाद भी दुनिया पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। कई लोगों के लिए भारतीय टीम को विलेन की तरह देखना बेहद आसान होगा लेकिन मैं आईपीएल के अनुभव से कह सकता हूं कि अगर खिलाड़ियों के करीब रहने वाला कोई भी सदस्य कोविड पॉजिटिव होता है तो ये डरावना होता है।'
पूर्व क्रिकेटर ने साथ ही कहा कि पांचवें टेस्ट को रद्द करने का बीसीसीआई और ईसीबी का फैसला पूरी तरह से सही था। उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए आईसीसी को भारत को 2-1 से सीरीज विजेता घोषित कर देनी चाहिए। लक्ष्मण ने कहा, ' ऐसी स्थिति में मैदान पर उतरना सही नहीं है। इससे मैदान में मौजूद दूसरों को खतरे में डालने का संभावित जोखिम है। इस तरह के हालात में मुझे लगता है कि टेस्ट को रद्द करना सही फैसला था। मुझे उम्मीद है कि आईसीसी स्थिति को देखते हुए भारत को 2-1 से सीरीज विजेता घोषित करेगी, खासकर जबकि बीसीसीआई ने अगले साल इंग्लैंड के दौरे पर एक टेस्ट खेलने की पेशकश की है।'
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