Ghaziabad Man kills five members of his family: सनकी सीरियल किलर ने प्रॉपर्टी के लालच में 20 सालों के भीतर अपने ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी. जब पुलिस ने उसको पकड़ा तो उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था. उसने कहा कि ये सब उसने अपने इकलौते बेटे को पूरी जायदाद दिलाने के लिए किया
गाजियाबाद. आपने क्राइम और एडवेंचर की फिल्मों में सीरियल किलर देखे होंगे. हम आपको एक असली किलर (Real Killer) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके कारनामों को सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. इस सीरियल किलर ने 20 सालों में अपने ही परिवार के 5 लोगों की हत्या (Man kills five members of his family) बड़े ही शातिर तरीके से की. इन हत्याओं के बारे में किसी को भनक तक नहीं लगी. 3 लोगों की हत्या उसने अपने हाथों से की जबकि 2 लोगों को सुपारी देकर मरवाया.
इंडिया टुडे में छपी एक खबर के मुताबिक ये मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले का है, यहां मुरादनगर के गांव बसंतपुर सैंथली के रहने वाले किसान लीलू त्यागी पर अपने ही परिवार के 5 लोगों ही हत्या का आरोप लगा है. शातिर किसान ने 20 साल में एक-एक करके 5 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. उसने एक रिटायर्ड दारोगा सुरेंद्र त्यागी को 4 लाख रुपये सुपारी देकर अपने भाई की हत्या के लिए राजी किया. इस दौरान पुलिस ने 5वीं हत्या का खुलासा करते हुए आरोपी के कारनामे उजागर किए. पुलिस ने आरोपी लीलू, सुरेंद्र और सुपारी किलर राहुल को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है.
48 साल के आरोपी लीलू ने गुनाह कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि ये सब उसने अपने इकलौते बेटे की खातिर किया है. ताकि सारी प्रॉपर्टी उसके बेटे को मिल जाए. इसलिए उसने अपने दोनों भाइयों के 4 बच्चों समेत एक भाई सुधीर को अपने रास्ते से हटा दिया. उसका अगला निशाना दूसरा भाई ब्रजेश था. अगर वो अपने इस मकसद में भी कामयाब हो जाता तो पूरी प्रॉपर्टी पर केवल उसका और उसके बेटे का हक हो जाता.
लीलू ने पुलिस को बताया कि उसने पूरी प्रॉपर्टी हड़पने का प्लान 20 साल पहले ही बना लिया था. इसके लिए उसने 2001 में अपने बड़े भाई सुधीर की सुपारी देकर हत्या कराई और उसका शव काली नदी में फेंक दिया, जिसके बाद उसने मृतक भाई की पत्नी से शादी कर ली. जब दोनों का बेटा हुआ तो आरोपी ने सोच लिया कि सारी प्रॉपर्टी वो अपने बेटे को दिलाएगा.
आरोपी ने सबसे पहले 2001 में अपने बड़े भाई की हत्या 1 लाख रुपये सुपारी देकर कराई और शव नदी में फेंक दिया. उसने घर वालों से कहा कि वो उसका भाई गुस्सा होकर कहीं चला गया है. 2006 में उसने अपनी भतीजी पारुल को खाने में जहर देकर मार डाला और सबसे कहा कि उसे किसी जहरीले कीड़े ने काट लिया था. इसके बाद ऐसे ही 2009 में तीसरी और 2013 में भतीजे की हत्या करके चौथी वारदात को अंजाम दिया. आरोपी ने बीते 8 अगस्त 2021 को अपने दूसरे भतीजे की हत्या सुपारी देकर कराई और उसका शव बुलंदशर की गंग नगर में फेंक दिया. इस मामले में उसने दलील दी कि वो कहीं परेशान होकर चला गया है. लेकिन घर वालों ने बच्चे के गुमशुदा की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामले का खुलासा किया.
पूछताछ में लीलू ने पुलिस को बताया कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है. बल्कि हर हत्या के बाद वह मन ही मन खुश होता था.
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