बॉलीवुड एक्टर तुषार कपूर आज अपना 45वां जन्मदिन मना रहे हैं। 20 नवंबर 1976 को महाराष्ट्र में मुंबई शहर में जन्मे थे। तुषार बॉलीवुड के फेम एक्टर जीतेंद्र कपूर के बेटे हैं। इतना ही नहीं टीवी सीरियल की क्वीन एकता कपूर के छोटे भाई भी हैं। इसके अलावा तुषार कपूर एक सरोगेसी बेटे के पिता भी हैं। फिल्मों से दूर रहने वाले तुषार इन दिनों एक्टर बालाजी टेलीफिल्म्स और बालाजी मोशन पिक्चर्स के को-ऑनर भी हैं। आज तुषार कपूर के जन्मदिन के अवसर पर हम आपको उसने जुड़ीं कुछ खास बातों के बारें में बताएंगे। जिसे बहुत ही कम लोग जानते हैं।
साइड रोल से मिली बड़ी पहचान
तुषार ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत साल 2001 से की थी। उन्होंने फिल्म 'मुझे कुछ कहना है' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इसके बाद तुषार ने ढेरों फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाई लेकिन न तो लीड हीरो के तौर पर वो कामयाब हुए और न साइड रोल ने उन्हें कोई बड़ी पहचान दिलाई। बीते कुछ सालों से एक्टर फिल्मों से दूर हैं। हालांकि वह बीते साल अक्षय कुमार की फिल्म 'लक्ष्मी बॉम्ब' में गौरव नाम का किरदार में देखे गए । इसके अवाला 'जीना सिर्फ तेरे लिए’, ‘गायब’, ‘क्या कूल हैं हम’, ‘हल्ला बोल’, ‘गोलमाल’, ‘हम तुम शबाना’, ‘द डर्टी पिक्चर’, ‘गोलमाल अगेन’ जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं।
बेटे को मानते हैं लकी
साल 2016 में एक्टर तुषार की जिंदगी में एक सबसे बड़ी खुशी शामिल हुई थी जब तुषार सरोगेसी से बेटे लक्ष्य के पिता बने थे। पिता बनने की यह खबर फिल्म इंडस्ट्री में सबके लिए किसी सरप्राइज से कम नहीं थी। जहां लोगों ने तुषार के इस फैसले को सराहा, वहीं लोगों ने उनके बेटे को खूब प्यार दिया। तुषार खुद भी अपने बेटे का अपना लकी चार्म मानते हैं। हालांकि अब पिता बनने के बाद तुषार अपनी लाइफ में बेहद खुश है। वहीं वह अपने बेटे को लेकर काफी प्रोटेक्टिव रहते हैं। एक इंटरव्यू के दौरान तुषार ने बताया था कि जब भी उन्हें शूटिंग से समय मिलता है तो वो अपना ज्यादा से ज्यादा समय बेटे लक्ष्य के साथ स्पेंड करते हैं। ईटाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि सिंगल खुश हैं। फ्यूचर में भी कभी शादी करने का कोई इरादा नहीं है। इसकी वजह ये है कि मैं खुद को किसी से साथ शेयर करना नहीं चाहता।
जानिए क्या का था फिल्म को लेकर
मिड डे के एक इंटरव्यू में तुषान ने कहा था कि वो कभी नहीं चाहते कि उनका बेटा कभी उनकी फिल्में देखे। हालांकि जब उनसे जब पूछा गया कि क्या बेटा होने के बाद वो एडल्ट फिल्में करना छोड़ देंगे तो उन्होंने कहा, 'नहीं मैं तब भी काम करूंगा। क्योंकि लक्ष्य अब मेरी लाइफ में है तो इसका मतलब ये नहीं कि मैं 'शूटआउट' और 'क्या कूल हैं हम' जैसी फिल्में करना बंद कर दूंगा। ये तो लक्ष्य के ऊपर डिपेंड करेगा उसे कैसी फिल्में देखनी है। अगर लक्ष्य को मेरी फिल्में पसंद नहीं आती तो वो अपने दादा जी की फिल्में देख सकता है।' लेकिन एक पिता कभी नहीं चाहेगा कि उसका बच्चा एडल्ट फिल्मों का आदि आने या वह अपने कम उम्र में कुछ ऐसी फिल्में देखें जो उसे नहीं देखनी चाहिए।
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