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भारत

दलाई लामा से मिलेंगे जो बाइडेन? तिब्बत पर कड़ा रुख अपनाएगा अमेरिका

अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन और तिब्बती आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा के बीच बैठक की अपील की है। कहा है कि तिब्बत को लेकर अमेरिकी कानूनों को पूरी तरह से लागू किया जाना चाहिए और तिब्बत को चीन का हिस्सा कहने की प्रथा खत्म होनी चाहिए। अमेरिकी कांग्रेस के 60 से अधिक सदस्यों ने नए सीनेट में यह बात कही है।

 

अंडर सेक्रेटरी ऑफ स्टेट उजरा जेया को लिखे गए चिट्ठी से यह साफ है कि कांग्रेस अब तिब्बत मसले पर फोकस कर रही है। ऐतिहासिक रूप से आजाद देश तिब्बत जिस पर चीन ने 60 से अधिक सालों से क्रूरता से कब्जा किया हुआ है, अमेरिका लगातार तिब्बत के समर्थन में रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक विदेश विभाग में तिब्बती मसलों के लिए स्पेशल कोआर्डिनेटर के रूप में जेया की जल्द ही नियुक्ति की जा सकती है।

तिब्बत के लिए अभियान चलाने वाले समूहों ने चिट्ठी को लेकर कहा है कि कांग्रेस को उम्मीद है कि बाइडेन प्रशासन तिब्बती लोगों का समर्थन करने के लिए जल्द ही सार्थक रूप से काम करेगा। इंटरनेशनल कैम्पेन फॉर तिब्बत ने 38 सीनेटर और 27 प्रतिनिधियों को तिब्बत मसले पर साथ आने के लिए शुक्रिया कहा है।

 

दलाई लामा के उत्तराधिकारी पर अमेरिका का तिब्बत को सपोर्ट

जेया मौजूदा वक्त में नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए राज्य के अंदर सेक्रेटरी के तौर पर काम करती हैं। बता दें कि 2002 के तिब्बती नीति अधिनियम में स्पेशल कोआर्डिनेटर की नियुक्ति अनिवार्य है। चिट्ठी में प्रशासन से दलाई लामा और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के साथ जुड़ने की अपील की गई है।

दलाई लामा के उत्तराधिकारी को लेकर चीनी हस्तक्षेप के विरोध की अपील गई है। बता दें कि शी जिनपिंग सरकार 86 साल के दलाई लामा के लिए अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करने की योजना बना रही है लेकिन 2020 के तिब्बती नीति और समर्थन अधिनियम में कहा गया है कि केवल दलाई लामा और तिब्बती बौद्ध समुदाय ही उनके उत्तराधिकार पर फैसला कर सकते हैं।

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