मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एक विधवा बहू को सास-ससुर की जिद के आगे झुकना पड़ा। इलाके के एक परिवार ने परंपराओं को तोड़ते हुए अपनी विधवा बहू की शादी अपने छोटे बेटे से करा दी। दरअसल सास-ससुर अपनी विधवा बहू और उसकी एक साल की बेटी को खुद से दूर नहीं जाने देना चाहते थे। इसलिए उन्होंने यह फैसला किया।
जानकारी के मुताबिक, शिवपुरी के नवाब साहब रोड निवासी शिक्षक अशोक चौधरी के बेटे सूरज की शादी 2018 में फतेहपुर की रहने वाली सपना के साथ हुई थी। 2020 में सपना ने एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद कोरोना का कहर बढ़ने लगा और अप्रैल 2021 में सूरज की कोरोना से मौत हो गई। इसके बाद घरवालों को अपनी बहू और उसकी एक साल की बच्ची के भविष्य की चिंता सताने लगी।
सपना की दूसरी शादी कराना चाहते थे मायके वाले
दूसरी ओर सपना के मायके वाले उसकी दूसरी शादी कराने की बात करने लगे। जिसपर सपना के ससुरालवालों ने कहा कि वह अपने बेटे को खो चुके हैं, अब बहू और पोती को नहीं खोना चाहते। इसके बाद सपना के सास-ससुर औऱ अजिया ससुर ने उसकी शादी उसके देवर मनोज से कराने की बात सोची। इस बारे में जब सपना से बात की गई तो पहले तो उसने इनकार कर दिया लेकिन फिर सास-ससुर की जिद के आगे उसे झुकना पड़ा।
आरू को मिला पिता का साया
सपना की सहमति के बाद उसके सास-ससुर ने अपनी पोती आरू उर्फ जीविका के पहले जन्मदिन पर उसकी शादी सूरज के छोटे भाई मनोज से करा दी। सपना के पिता का कहना है कि इस शादी से दोनों को नई जिंदगी मिली है और मासूम आरू को पिता का साया मिल गयी है।
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