उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को दिल्ली में अपनी कोर कमेटी की बैठक की। बैठक उस समय हुई जब यूपी के मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य और तीन अन्य विधायकों ने भाजपा का दामन छोड़ दिया। अब इन सभी के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की उम्मीद है। वहीं मंगलवार को हुई बैठक 10 घंटे तक चली। आज दोबारा बैठक होगी।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को हुई बैठक की अध्यक्षता की। इसमें भाजपा के उत्तर प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी के यूपी महासचिव (संगठन) सुनील बंसल और राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह शामिल थे।
एएनआई के अनुसार, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, जो हाल ही में कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्होंने बैठक में वर्चुअली हिस्सा लिया। समाचार एजेंसी ने बताया कि शाह ने प्रमुख क्षेत्रों की क्षेत्रवार समीक्षा की और राज्य की जमीनी हकीकत को लेकर क्षेत्रीय प्रभारियों से फीडबैक लिया।
शाह ने चुनाव आयोग द्वारा रैलियों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश के मद्देनजर चुनाव प्रचार को लेकर भविष्य के कार्यक्रमों की रूपरेखा पर भी विस्तृत चर्चा की। बैठक में नेताओं ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सीटों के साथ-साथ उन सीटों पर भी चर्चा की, जहां पहले और दूसरे चरण में चुनाव होने हैं।
एएनआई के अनुसार, मंगलवार की बैठक में जिन उम्मीदवारों पर विचार किया गया है, उनके नाम को शीर्ष नेतृत्व से अंतिम मंजूरी के लिए गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति के समक्ष रखा जाएगा। कोर कमेटी की बैठक 10 घंटे तक चली। बैठक का दूसरा राउंड बुधवार सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगा जिसमें चुनावी रणनीति पर आगे चर्चा होने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में 10 फरवरी से मतदान शुरू होगा। चुनाव आयोग के अनुसार, प्रदेश में सात चरणों- 10, 14, 20, 23, 27 फरवरी और 3 एवं 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे। 10 मार्च को मतगणना होगी।
Comments
Leave Comments