राजस्थान के अलवर में सैकड़ों रीट अभ्यर्थियों ने गुरुवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री टीकाराम जूली के कार्यालय पर पहुंचकर हंगामा किया और रीट के 50 हजार पद बढ़ाए जाने की मांग को लेकर शपथ ली कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो कोंग्रेस के खिलाफ़ वोट किया जाएगा। रीट अभ्यर्थी अमित यादव ने बताया कि कांग्रेस की सरकार रीट अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव कर रही है जबकि अन्य परीक्षाओं में भी परीक्षाओं के बाद पद बढ़ाए गए हैं। रीट परीक्षा में भी उर्दू के 600 पद बढ़ाए गए लेकिन अन्य विषयों के पद नहीं बढ़ाई जा रहे हैं ।
उन्होंने बताया कि रीट अभ्यर्थियों के साथ सरासर शोषण हैं। सुबह सैकड़ों अभ्यर्थी मंत्री के ऑफिस पहुंचे और वहां प्रदर्शन किया। धरने पर बैठ गए । इसके बाद उन्होंने मंत्री टीकाराम जूली को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि गत माह 26 सितंबर 2021 को रीट भर्ती परीक्षा 31000 पर्दों पर आयोजित की गई थी। चूंकि इस भर्ती की घोषणा मुख्यमंत्री जी द्वारा दिसंबर 2019 में की गई थी । परीक्षा अगस्त 2020 में प्रस्तावित थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण यह भर्ती 2 वर्ष लंबित हो गई। जिसके कारण रीट अभ्यर्थियों (बेरोजगारों) की संख्या में भी काफी वृद्धि हो गई। इन 2 वर्षों में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के भी लगभग 30 से 35 हज़ार पद सेवानिवृत्ति एवं पदोन्नति के कारण रिक्त हो गए हैं तथा शाला दर्पण के अनुसार वर्तमान में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के लगभग 55000 पद अतिरिक्त खाली हैं।
Comments
Leave Comments