अगर आप स्मार्टफोन और लैपटॉप खरीदने के प्लान को इसलिए रोक रहे हैं की आपको लगता है कि जल्द ये सस्ते होने वाले हैं, तो आपकी इस उम्मीद पर पानी फिर सकता है। खबर है कि स्मार्टफोन और लैपटॉप की कीमत कम होने में अभी और वक्त लग सकता है साथ ही ऐसा भी हो सकता है ये कम नहीं हों। दरअसल 2021 में सेमी-कंडक्टर और चिप की कमी ने लैपटॉप और स्मार्टफोन जैसे प्रमुख कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की कीमतों में लगभग 10% की वृद्धि कर दी है। उद्योग के विश्लेषकों का कहना है कि कीमतों में वृद्धि जल्द ही कम होने की संभावना नहीं है क्योंकि सप्लाई चैन को पिछले दो वर्षों के प्रोब्लम्स से उबरने में अधिक समय लगेगा।
International Data Corporation (IDC) के नवकेंद्र सिंह के अनुसार, चिप की कमी, सप्लाई कास्ट में वृद्धि होने के कारण दाम कम होने की संभावना अभी कम है। भारत में पीसी सेगमेंट में मिड से प्रीमियम प्रोडक्ट को लाने के लिए ब्रांडों द्वारा लिए गए निर्णयों के कारण कीमतों में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, "मार्जिन प्ले के रूप में" टाइट सप्लाई की स्थिति के कारण ब्रांडों ने अधिक महंगे प्रोडक्ट पर ध्यान केंद्रित किया। लैपटॉप का एवरेज सेलिंग प्राइस (एएसपी), जो 2020 में महामारी से पहले लगभग ₹50,000 था, अब उसे बढ़ा कर 2021 में ₹65,000 में बेचा जा रहा है।
भारत ने 2021 में एक साल पहले की तुलना में अधिक पीसी भेजे, लेकिन पीसी ब्रांड एसएमबी और उद्यमों की मांग को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आईडीसी के अनुसार, कुछ सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित करने के बावजूद अधिकांश ब्रांडों के लिए डिमांड-सप्लाई का अंतर एक चुनौती बना हुआ है।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के रिसर्च निदेशक तरुण पाठक ने कहा कि स्मार्टफोन सेगमेंट में, एएसपी में लगभग 10% की वृद्धि हुई है क्योंकि सेमी-कंडक्टर के मुद्दे ने हर ब्रांड को प्रभावित किया है। दो-तिहाई यूजर्स हमेशा अपने पिछले फोन की तुलना में वृद्धिशील अपग्रेड के लिए जाते हैं। लोग मिड-सेगमेंट स्मार्टफोन में अपग्रेड कर रहे हैं। 5G चिपसेट की कोई कमी नहीं थी, यही वजह है कि विक्रेताओं को आपूर्ति पक्ष से जो कुछ भी मिल रहा था, उन्होंने यही कारण है कि 5G शिपमेंट छह गुना बढ़ गया है।
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