खुदको आईपीएल क्रिकेटर बताने वाले मृणांक सिंह को विलासितापूर्ण जीवन जीने का शौक है. और उसने अपने इस शौक को पूरा करने के लिए क्रिकेट के मैदान को छोड़कर ठगी को ही अपना नया खेल बना लिया. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मृणांक सिंह ने कई बड़े लोगों को करोड़ों की चपत लगाई है. और इस लिस्ट में भारतीय क्रिकेट ऋषभ पंत का भी नाम शामिल है.
25 वर्षीय मृणांक सिंह जो फिलहाल एक ठग है, पहले हरियाणा की तरफ से अंडर 19 क्रिकेट खेल चुका है. कई लक्जरी होटलों और रिसॉर्ट्स और यहां तक कि भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज, ऋषभ पंत को भी धोखा दिया. इस ठग ने कई ब्रांडों और लोगों को धोखा देने के लिए एक विशेष तरीके से काम किया.
आरोपी ने खुद को एक आईपीएल क्रिकेटर के रूप में पेश किया, जो 2014 से 2018 तक मुंबई इंडियंस के लिए खेला था. आरोपी ने यह दावा इसलिए किया ताकि वह यह साबित कर सके कि वह काफी लोकप्रिय था. इससे उसे महिलाओं को प्रभावित करने, महंगे रेस्तरां में भोजन करने और बिल का भुगतान किए बिना पांच सितारा होटलों में रहने में मदद मिली.
2022 में ठग एक सप्ताह के लिए दिल्ली के ताज पैलेस होटल में रुका था. उस दौरान उसने ₹5.53 लाख का बिल चुकाए बिना होटल से चेक आउट कर लिया और होटल के कर्मचारियों से कहा कि वह एक क्रिकेटर हैं और एडिडास भुगतान करेगा. होटल के कर्मचारियों ने उस पर विश्वास किया और बैंक की डिटेल्स भी शेयर की.
पुलिस के अनुसार आरोपी ने ₹200,000 लाख के लेनदेन की एक आईडी साझा की, लेकिन यह फर्जी निकली. होटल ने बकाया राशि का भुगतान करने के लिए कई बार उससे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसने तब तक झूठे वादे किए जब तक उसने अपना फोन बंद नहीं कर दिया और पुलिस को घटना के बारे में अवगत नहीं कराया गया.
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी ठग ने खुदको कर्नाटक के एक आईपीएस अधिकारी के तौर पर भी दिखाया था. उसने इस पहचान का इस्तेमाल कर लोगों और इस बार इमिग्रेशन अधिकारियों को धोखा देने का एक और प्रयास किया. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने खुद को कर्नाटक पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक आलोक कुमार बताया और गिरफ्तारी से बचने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को फोन भी किया. साथ ही उसने पुलिस टीम से कहा कि उसे अपने बेटे मृणांक सिंह की सहायता के लिए मदद की जरूरत है, जिसे दिल्ली हवाई अड्डे पर अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है.
पुलिस ने आरोपी मृणांक को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और दावा किया कि उसके पिता अशोक कुमार सिंह 80 के दशक के अंत में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेले थे और वर्तमान में एयर इंडिया में मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं और दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैनात हैं.
कई मौकों पर आरोपी ने खुद को एक क्रिकेटर या कर्नाटक के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के रूप में पेश किया. उसने भारत के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत सहित कई लोगों को धोखा दिया. पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि उसने 2020-2021 में ऋषभ पंत से ₹1.63 करोड़ की धोखाधड़ी की. आरोपी ने जिन अन्य लोगों को अपना शिकार बनाया उसमें कैब ड्राइवर, युवतियां, बार, रेस्तरां आदि शामिल हैं.
पुलिस ने आरोपी के फोन को स्कैन किया और महिलाओं के साथ उसकी कई आपत्तिजनक तस्वीरें पाईं. पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी ड्रग्स भी लेता था. ऐसे में अब पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच जुटी है कि वह ड्रग्स खरीदने के लिए किससे संपर्क में था.
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