झांसी। मनरेगा श्रमिकों को आरसेटी (ग्रामीण ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) के माध्यम से कुशल श्रमिक बनाया जाएगा। जिससे उन्हें तकनीकी कौशल प्राप्त हो सके। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इन श्रमिकों को प्रशिक्षण के समय में मानदेय भी मुहैया कराया जाएगा।
जिले के करीब चार लाख से ज्यादा मनरेगा श्रमिकों को प्रशिक्षित करने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिससे उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण मिल सके और वह प्रशिक्षण उपरांत रोजगार के बेहतर विकल्प तलाश सकें। इसके लिए ग्रामीण ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट को जिम्मेदारी सौंपी गई है जो महिला और पुरुष श्रमिकों को तकनीकी प्रशिक्षण जैसे सिलाई कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर, बेल्डिंग, टेलरिंग, कृषि, फिटर समेत 50 से ज्यादा तरह के प्रशिक्षण दिए जाएंगे। इसके साथ ही इन्हें प्रशिक्षण के समय मानदेय भी दिया जाएगा। जिससे उनकी आजीविका में कोई समस्या उत्पन्न न हो।
शनिवार को विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार ने भी उन्नति परियोजनाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत देते हुए अगले सप्ताह से ही प्रशिक्षण बैच प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इस मौके पर सुनील कुमार जिला विकास अधिकारी, राजकुमार प्रधानाचार्य आईटीआई, मुकेश निदेशक पीएनबी आरसेटी समेत वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, जिला मिशन प्रबंधक, एपीओ मनरेगा आदि मौजूद रहे।
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