नई दिल्ली। Facebook (Meta) ने साल 2014 में Whatsapp को खरीदा था। उस समय डील फाइनल करवाने वाले Whatsapp के पूर्व बिजनेस हेड को अब इसका पछतावा हो रहा है। अब उन्होंने इसको लेकर कई ट्वीट भी किए हैं और डील से जुड़ी सारी जानकारी सार्वजनिक कर दी है।
नीरज अरोड़ा ने अपने ट्वीट में लिखा, '2014 में, मैं Whatsapp का चीफ बिजनेस ऑफिसर था और मैंने ही फेसबुक की 22 बिलियन डॉलर में डील करवाने में मदद की थी। लेकिन आज मुझे इसका पछतावा होता है। 2009 में Whatsapp की स्थापना के 2 साल बाद मैंने बतौर चीफ बिजनेस ऑफिसर कंपनी जॉइन की थी। 2012-13 में फेसबुक और मार्क ने कंपनी अधिग्रहण करने के लिए हमें ऑफर दिया था। हमने मना कर दिया और आगे बढ़ने के बारे में सोचने लगे।'
पार्टनरशिप की तरह लगने लगा था ऑफर
नीरज ने आगे कहा, '2014 में फेसबुक ने हमें एक और ऑफर दिया जो पार्टनरशिप की तरह लगा। फेसबुक ने हमें ऑफर दिया था-एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का फुल सपोर्ट, कोई ऐड नहीं, प्रोडक्ट पर स्वतंत्र फैसले लेना, Jan Koum (वॉट्सऐप को-फाउंडर और फॉर्मर सीईओ) के लिए बोर्ड सीट, माउंटेन व्यू ऑफिस। शुरुआत में कोई नहीं जानता था कि फेसबुक Frankenstein's Monster बन जाएगा जो यूजर्स का डाटा निगल जाएगा।'
नीरज अरोड़ा ने दावा किया कि आज Whatsapp Facebook का दूसरा सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है (इंस्टाग्राम और फेसबुक मैसेंजर से भी बड़ा) आज Whatsapp उसी प्रोडक्ट की छवि बन गया है जो हम पूरी दुनिया के लिए बनाना चाहते थे। मैं अकेला नहीं हूं जिसे इस बात का अफसोस है कि ये फेसबुक का हिस्सा बन गया।'
Whatsapp पर जुड़ गया था नया फीचर
WhatsApp Reaction Feature यूजर्स के लिए रोल आउट कर दिया गया है। दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला ये इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप समय-समय पर यूजर्स के बेहतरीन एक्सपीरियंस के लिए नए-नए फीचर्स को लाता रहता है। अब कंपनी रिएक्शन फीचर से मार्केट में मौजूद अन्य ऐप्स जैसे कि Telegram आदि को टक्कर देने वाली है। इस फीचर का यूजर काफी समय से इंतजार कर रहे थे और अब ये इंतजार खत्म हो गया है।
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