देश की सबसे पुरानी पार्टी के साथ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की नई राजनीतिक पारी शुरू होगी या नहीं और होगी तो उन्हें क्या भूमिका मिलेगी...इन सब सवालों पर जल्द ही कांग्रेस पार्टी फैसला ले सकती है। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि प्रशांत किशोर राष्ट्रीय स्तर की भूमिका के साथ ही पार्टी से जुड़े फैसलों में भी अपना रोल चाहते हैं। इसके लिए प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को कुछ सुझाव भी दिए हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, प्रशांत किशोर ने यह सुझाव दिया है कि पार्टी को अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही एक स्पेशल एडवाइजरी कमेटी बनानी चाहिए, जो राजनीति से जुड़े बड़े फैसले ले। इस कमेटी में ज्यादा सदस्य न हो और यह गठबंधन से लेकर चुनावी कैंपेन की रणनीति तक हर राजनीतिक गतिविधि पर चर्चा करके ही आखिरी फैसला ले। जरूरी जमीनी काम पूरा करने के बाद यह पैनल आखिरी मुहर के लिए पार्टी में फैसले लेने की आला कमेटी यानी कार्यकारी समिति के सामने प्रस्ताव रखेगा।
खबर के मुताबिक, प्रशांत किशोर पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका चाहते हैं। अंदरखाने यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले महीनों में कांग्रेस संगठनात्मक स्तर पर बड़े बदलाव करेगी, जिसके बाद कुछ नई नियुक्तियां तो होंगी ही, साथ में नई समितियां भी बनाई जाएंगी।
हालांकि, विशेष पैनल पर सबकी नजर होगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी जल्द ही इसको लेकर फैसला ले सकती हैं। इसको लेकर करीब डेढ़ महीने से बातचीत जारी है।
राहुल ने कांग्रेस नेताओं संग की थी बैठक
कांग्रेस के हलकों में इसकी फुसफुसाहट तेज हो गई है, मगर न तो पार्टी और न ही प्रशांत किशोर ने ऑन रिकॉर्ड कुछ कहा है। नाम न छापने की शर्त पर इस मामले से जुड़े तीन लोगों ने कहा कि इस मुद्दे पर 22 जुलाई को राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में चर्चा की गई थी और इसमें एके एंटनी, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, कमलनाथ और अंबिका सोनी सहित पार्टी के लगभग आधा दर्जन से अधिक प्रमुख नेताओं ने भाग लिया था।
प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के पुनरुद्धार के लिए गांधी परिवार के सामने एक खाका पेश किया था। मामले से परिचित लोगों में से एक ने कहा कि 22 जुलाई की बैठक यह जानने के लिए थी कि प्रशांत किशोर के सुझावों के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता क्या सोचते हैं और कैसा महसूस करते हैं, जो पिछले साल कोरोना महामारी की शुरुआत से ठीक पहले पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिए गए थे। साथ ही दूसरे नेता ने कहा कि राहुल गांधी अगले कुछ दिनों में इस पर अंतिम निर्णय लेने वाले हैं, हालांकि, उससे पहले वह पार्टी के नेताओं से परामर्श चाहते हैं।
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